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समय पर ट्रीट न किया जाए तो पीसीओएस से कैंसर भी हो सकता है।

समय पर ट्रीट न किया जाए तो पीसीओएस से कैंसर भी हो सकता है।

महिलाएं आज सबसे बड़ी समस्या से गुजर रही हैं वो है पीसीओएस। यह एक गंभीर समस्या बनकर खड़ी हुई है। यह एक बीमारी नहीं बल्कि कई लक्षणों का समूह है। जिसमें कॉस्मेटिक, एंडोक्राइनोलॉजिकल, मेटाबोलिक और गायनिक सिम्पटम्स साथ मिलते हैं। प्रजनन उम्र की महिलाओं में 12 से 18% तक पीसीओएस पाया जाता है। पर यदि परिवार में पीसीओएस या डायबिटीज पूर्व से मां या बहन को है तो यह लगभग 26 से 28% तक भी जा सकता है। शहरी लड़कियों में इसका प्रतिशत ज्यादा होता है।
पीसीओएस यानी पोलिसिस्टिक ओवेरियन सिंड्रोम महिलाओं में सेक्स होर्मोनेस के असंतुलन के कारण अंडाशय में छोटी छोटी गांठें बन जाती हैं, जिस कारण महिलाओं के मासिक धर्म के साथ प्रजनन क्षमता पर भी विपरीत असर पड़ता है। अगर समय पर इसका इलाज न किया जाए तो आगे जाकर यह कैंसर का रूप भी ले सकती है। अंडाशय में सामान्य से अधिक मात्रा में बढ़ने लगते हैं। इससे महिलाओं में प्रजनन क्षमता कम हो जाती है और महिला गर्भधारण करने में असमर्थ हो जाती है।
ये हैं लक्षण
1. अनियमित मासिक धर्म
2. चेहरे/शरीर पर अनचाहे बाल
3. मुहांसे (acne)
4. पेटदर्द
5. यौन इच्छा में कमी
6. सर से बालों का झड़ना
7. त्वचा पर दाग
8. मोटापा

ये करें

1. नियमित व्यायाम Body Mass Index कर 18 से 21 के बीच रखें।
2. संतुलित आहार लें।

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